Sports
-
पार्क मेडि वर्ल्ड IPO दिन 3: नवीनतम GMP, सब्सक्रिप्शन स्थिति और मुख्य हाइलाइट्स पार्क मेडि वर्ल्ड का IPO अब अपने तीसरे दिन में प्रवेश कर चुका है और निवेशकों की तरफ से सब्सक्रिप्शन में लगातार उत्सुकता देखने को मिल रही है। इस IPO ने पहले दो दिनों में मजबूत प्रतिक्रिया प्राप्त की थी और तीसरे दिन भी खुदरा और गैर‑संस्थागत निवेशकों की भागीदारी अच्छी रही। साथ ही, बाजार में इसके GMP (Grey Market Premium) की स्थिति और सब्सक्रिप्शन रुझान पर ध्यान बढ़ गया है।Park Medi World एक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है, जो उत्तरी भारत में अस्पतालों का नेटवर्क संचालित करता है। कंपनी नए अस्पतालों और पैरामेडिकल सुविधाओं के विस्तार पर जोर दे रही है। इस IPO का प्राइस बैंड 154 से 162 रुपये प्रति शेयर रखा गया है, और कुल इश्यू साइज लगभग 920 करोड़ रुपये है। इसमें से 770 करोड़ रुपये नए इक्विटी शेयर के रूप में और 150 करोड़ रुपये ऑफ़र फॉर सेल के रूप में जारी किए जा रहे हैं।तीसरे दिन के आंकड़े दिखाते हैं कि खुदरा निवेशकों की भागीदारी में वृद्धि हुई है। खुदरा निवेशकों ने पिछले दिनों की तुलना में अधिक संख्या में शेयर क्लेम किए हैं। वहीं, गैर‑संस्थागत निवेशकों (NII) ने भी इस अवसर का लाभ उठाया, जिससे कुल सब्स -
पार्क मेडि वर्ल्ड और नेफ्रोकेयर IPO: अंतिम दिन मजबूत सब्सक्रिप्शन के साथ निवेशकों की रुचि बरकरार दिसंबर 2025 के दूसरे सप्ताह में वित्तीय मार्केट में दो स्वास्थ्य क्षेत्र के बड़े IPOs Park Medi World और Nephrocare Health Services निवेशकों का ध्यान खींच रहे हैं। दोनों IPOs ने अपनी बुक-बिल्ट प्रक्रिया 10 दिसंबर 2025 को शुरू की और 12 दिसंबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुली रखी है। अंतिम दिन के करीब आते-आते इन दोनों आईपीओ में सब्सक्रिप्शन के रुझान ने बाजार में चर्चा पैदा कर दी है।Park Medi World IPO ने पहले दो दिन में निवेशकों से मजबूत प्रतिक्रिया पाई है। पहले दिन यह IPO लगभग 52 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ था, जिसमें खुदरा और गैर-संस्थागत निवेशकों की भागीदारी प्रमुख रही। दूसरे दिन तक कुल सब्सक्रिप्शन लगभग 98 प्रतिशत तक पहुंच गया था, जो दर्शाता है कि निवेशकों के बीच इससे जुड़ी दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है। सुबह के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार अंतर्गत तीसरे दिन सब्सक्रिप्शन 1.53 गुना तक पहुंच गया है, जिससे IPO समाप्ति की ओर एक जोरदार रुझान दिख रहा है। इससे संकेत मिलता है कि अंतिम दिन निवेशकों की भागीदारी और बढ़ सकती है। Park Medi World एक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है जो उत्तरी भारत में अस्पतालों का एक नेटवर्क संचालित करता ह -
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एमडी और सीईओ आशीषकुमार चौहान को 'वन वर्ल्ड वन फैमिली ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड' से सम्मानित किए जाने का कारण और महत्व नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) आशीषकुमार चौहान को उनके असाधारण नेतृत्व और वैश्विक आर्थिक सहयोग में योगदान के लिए प्रतिष्ठित 'वन वर्ल्ड वन फैमिली ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड' से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार चौहान के भारतीय वित्तीय बाजारों में उनके महत्वपूर्ण योगदान, विशेष रूप से देश में आधुनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को स्थापित करने और उसे विकसित करने में उनकी निर्णायक भूमिका को मान्यता देता है। यह सम्मान न केवल चौहान की व्यक्तिगत उपलब्धियों को उजागर करता है, बल्कि भारतीय पूंजी बाजार की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा को भी दर्शाता है।आशीषकुमार चौहान भारतीय वित्तीय जगत के एक दूरदर्शी नेता माने जाते हैं, जिन्होंने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) जैसे दोनों प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों के विकास में अहम योगदान दिया है। उन्हें खास तौर पर भारत में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग और आधुनिक इंडेक्स (सूचकांक) प्रणालियों को अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। 'वन वर्ल्ड वन फैमिली ग्लोबल ल -
पीपीएफएएस के राजीव ठक्कर का २०२६ के लिए निवेशकों को स्पष्ट मार्गदर्शन: अत्यधिक मूल्यांकन के माहौल में १०-१૨% रिटर्न की उम्मीद क्यों रखनी चाहिए भारत के इक्विटी बाजार में उच्च मूल्यांकन (High Valuation) के माहौल के बीच, पीपीएफएएस म्यूचुअल फंड (PPFAS MF) के मुख्य निवेश अधिकारी (CIO) राजीव ठक्कर ने निवेशकों को २०२६ के लिए यथार्थवादी रिटर्न की अपेक्षा रखने की सलाह दी है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि निवेशकों को अगले साल केवल १० से १२ प्रतिशत तक के रिटर्न की ही उम्मीद करनी चाहिए, खासकर स्मॉल और मिड कैप सेगमेंट में पिछले कुछ वर्षों में आई ज़बरदस्त तेज़ी के बाद। हालांकि, ठक्कर ने लार्ज कैप शेयरों के प्रति अपना सकारात्मक रुख बरकरार रखा है, जहां उनका मानना है कि बेहतर मूल्य और स्थिरता मौजूद है।ठक्कर का यह सावधानी भरा बयान उन निवेशकों को आगाह करने के उद्देश्य से आया है, जो हाल के वर्षों के असाधारण रिटर्न (जो कई सेगमेंट में २०-૩૦% या उससे अधिक रहे हैं) को देखकर २०२६ में भी उसी स्तर की कमाई की उम्मीद कर रहे हैं। उनका मानना है कि बाजार का मूल्यांकन अब ऐतिहासिक औसत से ऊपर चल रहा है, जिसका अर्थ है कि भविष्य में रिटर्न स्वाभाविक रूप से कम होने की संभावना है। यह टिप्पणी निवेशकों को अति आत्मविश्वास (Overconfidence) से बचने और लंबी अवधि के व -
3 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी का नेतृत्व: टिम कुक ने कैसे स्टीव जॉब्स की विरासत को आगे बढ़ाया और एप्पल को नए उत्पाद वर्गों में विस्तारित किया एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) टिम कुक अगले साल अपने पद से सेवानिवृत्त हो सकते हैं, ऐसी अटकलें अब तेज हो गई हैं। लगभग एक दशक से अधिक समय तक दुनिया की सबसे मूल्यवान तकनीकी कंपनी का नेतृत्व करने के बाद, कुक अब अपने करियर के अंतिम चरण में हो सकते हैं। कुछ उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि कुक का अंतिम प्रमुख उत्पाद फोल्डेबल आईफोन (Foldable iPhone) हो सकता है, जिसे कंपनी लंबे समय से विकसित कर रही है। यह उत्पाद एप्पल को स्मार्टफोन बाजार में एक नई दिशा दे सकता है और टिम कुक के कार्यकाल को एक तकनीकी सफलता के साथ समाप्त करने का जरिया बन सकता है।टिम कुक ने 1998 में, 38 साल की उम्र में, स्टीव जॉब्स के नेतृत्व में एप्पल में प्रवेश किया था। उन्होंने कंपनी के परिचालन (ऑपरेशंस) प्रमुख के रूप में शुरुआत की और आपूर्ति श्रृंखला (Supply Chain) को सुव्यवस्थित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने एप्पल को एक वैश्विक शक्ति बनने में मदद की। 2011 में स्टीव जॉब्स के निधन के बाद उन्होंने सीईओ का पद संभाला। उनके नेतृत्व में, एप्पल की बाजार पूंजी 350 बिलियन डॉलर से बढ़कर 3 ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो गई है, -
₹३,१९९ करोड़ का तिमाही लाभ और ₹२५,००० करोड़ का राइट्स इश्यू: अडाणी एंटरप्राइजेज के वित्तीय निर्णय और भविष्य के बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाने की योजना अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) ने वित्त वर्ष २०२६ की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए शानदार समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है। कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर ८४% बढ़कर ₹३,१९९ करोड़ हो गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में ₹१,७४२ करोड़ था। हालांकि, यह जबरदस्त उछाल मुख्य रूप से उसके कृषि व्यवसाय संयुक्त उद्यम अडाणी विल्मर लिमिटेड (AWL) (जिसे अब AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड कहा जाता है) में हिस्सेदारी की बिक्री से मिले एक असाधारण लाभ (Exceptional Gain) के कारण हुआ है।कंपनी ने अपनी नियामक फाइलिंग में बताया कि उसे इस तिमाही में ₹३,५८३ करोड़ का एकमुश्त असाधारण लाभ हुआ है, जो AWL एग्री बिजनेस लिमिटेड में २८ अक्टूबर २०२५ को समाप्त तिमाही के दौरान आंशिक हिस्सेदारी की बिक्री से संबंधित है। अडाणी एंटरप्राइजेज ने अपनी गैर प्रमुख एफएमसीजी (FMCG) कारोबार से बाहर निकलने की रणनीति के तहत यह हिस्सेदारी सिंगापुर की विल्मर इंटरनेशनल को बेची है, जिसके बाद AWL एग्री बिजनेस का स्टेटस अडाणी समूह के लिए संयुक्त रूप से नियंत्रित इकाई से बदलकर सहयोगी कंपनी का हो गया ह -
CBI चार्जशीट का रिलायंस इंफ्रा पर असर नहीं: कंपनी ने स्पष्ट किया, 'मामला अनिल अंबानी से जुड़ा, कारोबार सामान्य रहेगा' रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infra) ने हाल ही में जारी एक बयान में कहा है कि CBI द्वारा उनके चेयरमैन अनिल अंबानी के खिलाफ दायर की गई चार्जशीट का कंपनी के कारोबार और भविष्य की योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि यह मामला व्यक्तिगत है और इसका रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के संचालन से कोई सीधा संबंध नहीं है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब CBI ने अनिल अंबानी और अन्य के खिलाफ कुछ पुराने मामलों को लेकर चार्जशीट दाखिल की है, जिससे बाजार में कुछ अटकलें लगाई जा रही थीं। कंपनी ने इन अटकलों को खारिज करते हुए निवेशकों और हितधारकों को आश्वस्त किया है कि उनका कारोबार सामान्य रूप से चलता रहेगा।अनिल अंबानी के खिलाफ CBI मामलाCBI ने अनिल अंबानी के खिलाफ कथित तौर पर भ्रष्टाचार और अन्य संबंधित मामलों में एक चार्जशीट दायर की है। हालांकि, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने इस मामले पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन यह साफ कर दिया है कि यह आरोप कंपनी से संबंधित नहीं हैं। कंपनी का कहना है कि यह मामला अनिल अंबानी की व्यक्तिगत क्षमता से जुड़ा है। इस बयान के जरिए कं -
आरबीआई के सामने दोहरी चुनौती: थोक महंगाई और आर्थिक विकास के बीच संतुलन अगस्त महीने में भारत की थोक महंगाई दर (Wholesale Price Index - WPI) बढ़कर 0.52% पर पहुंच गई है। यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है, क्योंकि इससे पहले जुलाई में यह दर माइनस 0.58% थी। यह उछाल मुख्य रूप से खाने-पीने के सामान की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के कारण हुआ है। WPI, जो थोक स्तर पर वस्तुओं की कीमतों में बदलाव को मापता है, यह दर्शाता है कि उत्पादकों के लिए लागत बढ़ रही है, जिसका असर अंततः खुदरा कीमतों पर भी दिख सकता है।थोक महंगाई में हुई इस बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण सब्जियों, दालों और मसालों जैसी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में आया उछाल है। मानसून की अनियमितता और कुछ क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थितियों ने आपूर्ति श्रृंखला को प्रभावित किया है, जिससे खाद्य पदार्थों की लागत बढ़ गई है। इसका सीधा असर खुदरा महंगाई पर भी पड़ने की आशंका है। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी और कुछ विनिर्मित उत्पादों की बढ़ती लागत ने भी थोक महंगाई को ऊपर धकेलने में योगदान दिया है। यह वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक चिंता का विषय हो सकती है, क्योंकि यह महंगाई के दबाव को फिर से बढ़ा सकती है।थोक महंगाई -
निवेशकों की खरीदारी से सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी के संकेत गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स में हाल ही मे -
रिलायंस की नई विकास रणनीति रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड आज अपनी 48व -
सोना ₹286 गिरा, चांदी ₹1.14 लाख पर: जानिए बाजार पर क्या होगा असर सोना-चांदी के दाम में उतार-चढ़ाव, निवे -
अब समय से पहले लोन चुकाने पर नहीं लगेगा कोई शुल्क: RBI का नया नियम 1 जनवरी 2026 से होगा लागू नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कर् -
सेंसेक्स 100 अंक टूटा, निफ्टी में 30 अंकों की गिरावट: IT, फार्मा और बैंकिंग शेयरों में दबाव, निवेशक सतर्क हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन भारतीय शेय -
"2025 में ई-कॉमर्स का भविष्य: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे बदल रहा है ऑनलाइन शॉपिंग?" छोटे व्यवसायों के लिए वरदान बना ई-कॉमर -
भारत में डिजिटल विज्ञापनों पर कर हटाने की योजना ई-कॉमर्स क्षेत्र में हालिया बदलाव और घ -
5G का आगमन: ई-कॉमर्स में क्रांति की नई लहर 5G का आगमन: ई-कॉमर्स में क्रांति की नई लह -
इंटरनेशनल शिपिंग में स्मार्ट लॉजिस्टिक्स का महत्व इंटरनेशनल शिपिंग के लिए स्मार्ट लॉजि -
P2P ई-कॉमर्स: भारत में ऑनलाइन खरीदारी का नया ट्रेंड भारत में P2P ई-कॉमर्स का उदय भारत में ई-क -
ग्रीन ई-कॉमर्स: शॉपिंग का नया इको-फ्रेंडली तरीका ग्रीन ई-कॉमर्स: पर्यावरण को ध्यान में -
ई-कॉमर्स में क्लाउड कंप्यूटिंग: व्यापार में क्रांति ई-कॉमर्स में क्लाउड कंप्यूटिंग: व्याप -
ई-कॉमर्स बिजनेस के लिए मल्टी-चैनल इंटीग्रेशन के फायदे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर मल्टी-चैनल इंट -
एआई आधारित प्रोडक्ट रिकमेंडेशन सिस्टम: ऑनलाइन शॉपिंग का भविष्य! एआई आधारित प्रोडक्ट रिकमेंडेशन सिस्ट -
ई-कॉमर्स में सस्टेनेबल पैकेजिंग: पर्यावरण की ओर एक कदम ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए सस्टेनेबल पै -
ई-कॉमर्स में वॉयस सर्च: खरीदारी का भविष्य वॉयस सर्च तकनीक का उपयोग ई-कॉमर्स मेंआ -
भारत में डिजिटल शॉप्स: छोटे व्यापारियों के लिए नया अवसर भारत में छोटे व्यापारियों के लिए डिजि -
ई-कॉमर्स वेबसाइट्स के लिए जरूरी साइबर सुरक्षा उपाय ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर साइबर सुरक्षा क -
ऑनलाइन पेमेंट्स और डिजिटल वॉलेट्स ने वित्तीय लेन-देन को पूरी तरह से बदल दिया है। ऑनलाइन पेमेंट्स और डिजिटल वॉलेट्स ने -
ई-कॉमर्स में रोबोटिक्स और ऑटोमेशन: व्यापार को नया आयाम ई-कॉमर्स में रोबोटिक्स और ऑटोमेशन की भ -
2025 में ब्लॉकचेन: ई-कॉमर्स का भविष्य कैसे बदल रहा है? 2025 में ब्लॉकचेन का ई-कॉमर्स में उपयोगब -
ई-कॉमर्स: कैसे बदल रहा है हमारा खरीदारी का अनुभव? ई-कॉमर्स: बदलती खरीदारी की दुनियाई-कॉम -
Training Aide Purchased Online Youngster Abused With Amazon Vouchers. Kid sexual maltreatment Update: Kevin Sheppard was condemned today at Northampton Crown Court to 16 -
Man Tricked Of Rs 33,000 After Child Purchases Shoe-Securing Concoction On The Web. The casualty's child had later dropped the request in the wake of paying. A man professing to be fro - View all