“मैं बस खुश हूं कि लड़कों ने वापसी की”: भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए दूसरे T20I मैच में टीम इंडिया की गेंदबाजी ने शानदार वापसी की। मैच के बाद भारत के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने कहा, “मैं बस खुश हूं कि लड़कों ने वापसी की। उन्होंने पूरे मैच में जो हिम्मत और रणनीति दिखाई, वह काबिल-ए-तारीफ है।”
मोरने मोर्केल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि टीम ने पहले मैच की हार से सीख ली और दूसरे मैच में सुधार के साथ मैदान पर उतरी। “पहले मैच में कुछ गलतियां हुई थीं, लेकिन हमने उन्हें देखा और समझा। बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों ने अगले मैच में अपनी योजना के अनुसार खेला। यह देखना बहुत संतोषजनक है कि खिलाड़ी मानसिक रूप से मजबूत होकर वापसी कर सके,” उन्होंने कहा।
विशेष रूप से भारतीय गेंदबाज़ों ने दूसरे T20I में शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। तेज गेंदबाज़ों ने पावरप्ले के दौरान महत्वपूर्ण विकेट लिए और स्पिनरों ने मध्य ओवरों में रन गति को नियंत्रित किया। मोर्केल ने इस प्रदर्शन को टीम की सामूहिक मेहनत का परिणाम बताया।
“मैं हर खिलाड़ी की प्रतिबद्धता और लगन से खुश हूं। हमारे युवा गेंदबाजों ने दबाव की स्थिति में बेहतरीन गेंदबाज़ी की और अनुभवी खिलाड़ियों ने उन्हें सही समय पर समर्थन दिया। यही टीम क्रिकेट की खूबसूरती है,” मोर्केल ने बताया।
क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि मोर्केल की कोचिंग के तहत भारतीय गेंदबाज़ों ने अपनी गति, लाइन-लेन्थ और यॉर्कर जैसी तकनीकों में सुधार दिखाया। पिछले मैच में जहां रन बनाना आसान था, वहां उन्होंने लगातार विकेट लेकर विपक्षी टीम की योजना को बाधित किया। मोर्केल ने भी कहा कि यह सुधार टीम की रणनीति और मानसिकता का नतीजा है।
मोरने मोर्केल ने यह भी जोड़ा कि टीम की सफलता सिर्फ एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं है, बल्कि पूरे दल की सामूहिक तैयारी और अनुशासन का परिणाम है। “यह देखना खुशी की बात है कि गेंदबाजों ने मैच की स्थिति के अनुसार गेंदबाज़ी की, चाहे शुरुआती ओवर हों या फिनिशिंग ओवर। यह उनकी परिपक्वता को दर्शाता है,” उन्होंने कहा।
विशेष रूप से युवा तेज गेंदबाज़ों और स्पिनरों ने मध्य ओवरों में रन गति को नियंत्रित किया और विपक्षी बल्लेबाज़ों को दबाव में रखा। मोर्केल ने माना कि T20 क्रिकेट में गेंदबाज़ों का दबाव बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है और भारत की टीम ने इसे अच्छे से किया।
इस मैच से संकेत मिलता है कि भारत की गेंदबाजी इकाई न केवल तकनीकी रूप से सक्षम है, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत है। मोर्ने मोर्केल के अनुसार, यह वापसी टीम की आत्मविश्वास को बढ़ाएगी और आगामी मैचों में और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जगाएगी।
अगले मैचों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय गेंदबाज़ी किस प्रकार अपनी ताकत को बनाए रखते हुए दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ों को चुनौती देती है। मोर्केल का कहना है कि टीम लगातार सुधार पर ध्यान दे रही है और युवा खिलाड़ियों को अनुभव मिलने से टीम की लंबी अवधि की सफलता सुनिश्चित होगी।
कुल मिलाकर, मोर्ने मोर्केल का बयान न केवल टीम की मेहनत और रणनीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत की गेंदबाजी इकाई अगले मुकाबलों के लिए तैयार और आत्मविश्वासी है।