हिंदुस्तान कॉपर का रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन जारी, सात सत्रों में शेयर करीब 50% चढ़ा
हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के शेयरों ने शेयर बाजार में जबरदस्त हलचल मचा दी है। कंपनी के शेयरों ने लगातार सात कारोबारी सत्रों में रिकॉर्डतोड़ तेजी दर्ज करते हुए करीब 50 प्रतिशत का उछाल दिखाया है। इस शानदार प्रदर्शन ने निवेशकों और बाजार विश्लेषकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। सवाल यह है कि आखिर हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों में इतनी तेज़ी क्यों देखने को मिल रही है और इसके पीछे कौन से बड़े कारण काम कर रहे हैं।
हिंदुस्तान कॉपर भारत की एकमात्र एकीकृत तांबा उत्पादक सरकारी कंपनी है, जो खनन से लेकर परिष्करण तक का काम करती है। हाल के दिनों में वैश्विक बाजार में तांबे की कीमतों में मजबूती देखने को मिली है, जिसका सीधा फायदा कंपनी के शेयरों को मिला है। तांबे को भविष्य की धातु माना जा रहा है, क्योंकि इसका उपयोग इलेक्ट्रिक वाहन, सोलर एनर्जी, पावर ट्रांसमिशन और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में बड़े पैमाने पर होता है।
वैश्विक स्तर पर ग्रीन एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन की दिशा में बढ़ते कदमों ने तांबे की मांग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। इलेक्ट्रिक वाहनों में पारंपरिक वाहनों की तुलना में कई गुना अधिक तांबे की जरूरत होती है। इसके अलावा सोलर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स में भी तांबे की खपत लगातार बढ़ रही है। इस बढ़ती मांग के कारण निवेशकों का रुझान कॉपर सेक्टर की कंपनियों की ओर बढ़ा है।
हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों में तेजी का एक और बड़ा कारण सरकार की नीतियां और समर्थन माना जा रहा है। भारत सरकार घरेलू खनन को बढ़ावा देने और आयात पर निर्भरता कम करने की दिशा में काम कर रही है। ऐसे में हिंदुस्तान कॉपर जैसी सरकारी कंपनी को भविष्य में विस्तार और नए प्रोजेक्ट्स के जरिए बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। निवेशकों को भरोसा है कि कंपनी की उत्पादन क्षमता बढ़ने से उसकी आय और मुनाफे में भी इजाफा होगा।
कंपनी के हालिया प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं ने भी बाजार की धारणा को मजबूत किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदुस्तान कॉपर अपने मौजूदा खदानों की क्षमता बढ़ाने और नई खनन परियोजनाओं पर काम कर रही है। इससे आने वाले वर्षों में तांबे का उत्पादन बढ़ने की संभावना है। निवेशक इस बात को सकारात्मक संकेत के रूप में देख रहे हैं।
इसके अलावा, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम यानी PSU शेयरों में हाल के महीनों में जबरदस्त रुचि देखने को मिली है। कई सरकारी कंपनियों ने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है, जिससे निवेशकों का भरोसा PSU स्टॉक्स पर बढ़ा है। हिंदुस्तान कॉपर भी इसी रुझान का हिस्सा बनता नजर आ रहा है। मजबूत बैलेंस शीट और भविष्य की विकास संभावनाओं ने इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बना दिया है।
तकनीकी विश्लेषण के लिहाज से भी हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों में तेजी को समर्थन मिला है। शेयर ने महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस लेवल्स को पार किया, जिसके बाद इसमें तेजी से खरीदारी देखने को मिली। शॉर्ट कवरिंग और मोमेंटम ट्रेडिंग ने भी इस उछाल को और गति दी। कई ट्रेडर्स और निवेशकों ने तेजी को भुनाने के लिए इसमें एंट्री ली, जिससे कीमतों में और उछाल आया।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञ निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह भी दे रहे हैं। उनका कहना है कि इतनी तेज़ तेजी के बाद मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है, जिससे शेयर में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव संभव है। इसके बावजूद, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए तांबा और इससे जुड़ी कंपनियों की कहानी अब भी मजबूत मानी जा रही है।
वैश्विक आर्थिक हालात, चीन की मांग, और डॉलर की चाल भी तांबे की कीमतों को प्रभावित करती है। यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तांबे की कीमतें मजबूत बनी रहती हैं, तो हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों को आगे भी समर्थन मिल सकता है। वहीं किसी भी नकारात्मक वैश्विक संकेत का असर शेयर पर दबाव बना सकता है।
कुल मिलाकर, हिंदुस्तान कॉपर का रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन कई कारकों का नतीजा है वैश्विक तांबा मांग, ग्रीन एनर्जी ट्रेंड, सरकारी समर्थन, और मजबूत निवेशक भावना। सात सत्रों में करीब 50 प्रतिशत की तेजी ने यह साफ कर दिया है कि बाजार इस कंपनी के भविष्य को लेकर काफी आशावादी है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह तेजी टिकाऊ साबित होती है या शेयर में कुछ ठहराव देखने को मिलता है। फिलहाल, हिंदुस्तान कॉपर ने निवेशकों को मजबूत रिटर्न देकर बाजार में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज करा दी है।