तनाव कम करने और मूड बेहतर बनाने के लिए संगीत का उपयोग
हाल के शोध और विशेषज्ञों की राय के अनुसार, संगीत हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है। डॉ. सतीश का कहना है कि नियमित रूप से संगीत सुनने से दिल की सेहत बेहतर रहती है और मस्तिष्क तनावमुक्त रहता है। संगीत न केवल मानसिक थकान को कम करता है बल्कि रक्तचाप को नियंत्रित करने, हृदय की धड़कन को संतुलित रखने और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने में भी मदद करता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि क्लासिकल, धुनभरी या अपनी पसंद का संगीत सुनने से मूड बेहतर होता है और अवसाद या चिंता जैसी मानसिक समस्याओं में राहत मिलती है। संगीत सुनने से मस्तिष्क में डोपामिन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन रिलीज़ होते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य और खुशी को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा, संगीत से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और दिनभर के तनाव को कम करने में मदद मिलती है।
डॉ. सतीश ने यह भी बताया कि बच्चों और बुजुर्गों के लिए संगीत को रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल करना बेहद फायदेमंद है। बच्चों में यह मस्तिष्क की सक्रियता और सीखने की क्षमता को बढ़ाता है, जबकि बुजुर्गों में यह मानसिक संतुलन बनाए रखने और स्मृति को बेहतर रखने में सहायक है। इसके अलावा, ऑफिस या घर में हल्की धुनें सुनना कार्यक्षमता और उत्पादकता को भी बढ़ावा देता है।
संगीत के स्वास्थ्य लाभों को देखते हुए, विशेषज्ञों का सुझाव है कि हर व्यक्ति अपनी पसंद के अनुसार रोजाना कम से कम 20-30 मिनट संगीत सुनें। इससे न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होगा बल्कि जीवन में आनंद और सकारात्मकता भी बनी रहेगी।