नॉर्थ जोन की कमजोर गेंदबाजी की चुनौती
दलीप ट्रॉफी के दूसरे दिन शानदार बल्लेबाजी देखने को मिली। सेंट्रल जोन के बल्लेबाज मालेवार ने बेहतरीन दोहरा शतक जड़कर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचा दिया। उन्होंने 200 रन पूरे करने के बाद रिटायर्ड आउट होकर पवेलियन लौटने का फैसला किया। उनकी इस पारी की बदौलत सेंट्रल जोन ने पहली पारी में तीन विकेट के नुकसान पर 487 रन बना लिए। इससे पहले नॉर्थ जोन की टीम 405 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इस तरह सेंट्रल जोन ने पहली पारी में बढ़त हासिल कर ली है।
मालेवार की बल्लेबाजी पूरे दिन का सबसे बड़ा आकर्षण रही। उन्होंने धैर्य और आक्रामकता का शानदार मिश्रण पेश किया। उनकी पारी में चौके और छक्के दोनों शामिल रहे और उन्होंने हर गेंदबाज पर दबाव बनाया। रिटायर्ड आउट होकर लौटने से पहले उन्होंने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया और अपनी टीम को ऐसी स्थिति में पहुँचा दिया जहाँ से सेंट्रल जोन का पलड़ा भारी हो गया।
सेंट्रल जोन की पारी में अन्य बल्लेबाजों ने भी योगदान दिया और मालेवार का साथ निभाया। दूसरे छोर से साझेदारियाँ लगातार बनती रहीं जिससे टीम का स्कोर तेजी से बढ़ा। नॉर्थ जोन के गेंदबाज विकेट लेने में नाकाम रहे और उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी। कई मौके बनाने के बावजूद वे उन्हें भुना नहीं सके। इसका फायदा उठाकर सेंट्रल जोन ने बड़ी बढ़त सुनिश्चित कर ली।
नॉर्थ जोन की पहली पारी 405 रन पर सिमट गई थी। उनका यह स्कोर अच्छा जरूर था लेकिन गेंदबाजी विभाग टीम को मैच में वापसी दिलाने में नाकाम रहा। मालेवार और अन्य बल्लेबाजों के सामने उनका प्रदर्शन फीका रहा। अब नॉर्थ जोन के लिए चुनौती यह होगी कि दूसरी पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करें और मुकाबले को रोमांचक बनाएँ।
आगे की स्थिति को देखें तो सेंट्रल जोन ने मैच पर पकड़ मजबूत कर ली है। अगर उनके गेंदबाज अगली पारी में बेहतर प्रदर्शन करते हैं तो नॉर्थ जोन के लिए मैच बचाना कठिन हो सकता है। दूसरी ओर नॉर्थ जोन को पूरी ताकत झोंकनी होगी ताकि वे वापसी कर सकें। मालेवार की यह पारी इस मैच का टर्निंग प्वाइंट कही जाएगी जिसने खेल की दिशा बदल दी।