ज़रूरी जानकारी: आलू में बनने वाले टॉक्सिक कंपाउंड से कैसे बचें
आलू भारतीय रसोई का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला सब्ज़ी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आलू अंकुरित हो जाए या उस पर हरे धब्बे (green spots) आ जाएं, तो वह सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है?
दरअसल, अंकुरित आलू में एक टॉक्सिक कंपाउंड जिसे सोलानाइन (Solanine) कहते हैं, बनता है। यह शरीर के लिए ज़हर की तरह काम करता है। अगर गलती से ऐसे आलू खा लिए जाएं तो कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
अंकुरित आलू खाने से होने वाली 6 हेल्थ प्रॉब्लम्स
-
पेट दर्द और ऐंठन – सोलानाइन पेट में जलन और दर्द का कारण बनता है।
-
उल्टी और दस्त – पाचन तंत्र पर बुरा असर डालकर उल्टी और लूज़ मोशन करवा सकता है।
-
सिर दर्द और चक्कर – नर्वस सिस्टम पर असर डालकर बार-बार चक्कर आ सकते हैं।
-
ब्लड प्रेशर असंतुलन – ज़हरीले तत्व हार्ट पर असर डालते हैं।
-
बुखार और थकान – शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
-
गंभीर मामलों में पॉइजनिंग – ज्यादा मात्रा में खाने से फूड पॉइजनिंग जैसी स्थिति हो सकती है।
आलू को स्टोर करने का सही तरीका
-
आलू को हमेशा ठंडी और अंधेरी जगह पर रखें।
-
आलू को फ्रिज में रखने से बचें क्योंकि इससे स्टार्च शुगर में बदल जाता है और सोलानाइन बनने का खतरा बढ़ता है।
-
आलू को जूट या कपड़े की बोरी में रखें, प्लास्टिक बैग में नहीं।
-
आलू को धूप या रोशनी से बचाकर रखें, क्योंकि रोशनी से आलू हरे हो जाते हैं।
-
अगर आलू पर हल्का अंकुर आ गया है तो उसे तुरंत निकाल दें, लेकिन अगर पूरा आलू हरा हो गया है तो उसे फेंक दें।
निष्कर्ष
अंकुरित आलू भले ही देखने में सामान्य लगे लेकिन इनमें मौजूद टॉक्सिक कंपाउंड सेहत के लिए ज़हर जैसा असर डालता है। इसलिए हमेशा आलू को सही तरीके से स्टोर करें और गलती से भी हरे या अंकुरित आलू का सेवन न करें। इससे आप खुद को और अपने परिवार को गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स से बचा सकते हैं।