क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के बढ़ते मामले: जानिए बचाव के उपाय
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड्स के बढ़ते मामले और समाधान
क्रेडिट कार्ड का उपयोग आजकल काफी बढ़ गया है, जिससे धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं। फ्रॉडस्टर नए-नए तरीके अपनाकर उपभोक्ताओं को निशाना बना रहे हैं। ऐसे में सावधानी और सही उपाय अपनाकर इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के सामान्य तरीके
- फिशिंग (Phishing): धोखेबाज नकली ईमेल या मैसेज के जरिए उपभोक्ताओं को लिंक पर क्लिक करवाते हैं और उनकी संवेदनशील जानकारी चुरा लेते हैं।
- स्किमिंग (Skimming): स्किमिंग डिवाइस के जरिए कार्ड के डेटा को चोरी कर लिया जाता है, जिससे फ्रॉडस्टर नकली कार्ड तैयार कर लेते हैं।
- Vishing (Voice Phishing): धोखेबाज बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं और OTP या कार्ड डिटेल्स हासिल करने की कोशिश करते हैं।
- Carding: इसमें हैकर्स ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स पर चोरी किए गए कार्ड डेटा का उपयोग करते हैं।
फ्रॉड से बचाव के उपाय
- OTP और CVV साझा न करें: किसी के साथ OTP, CVV, या पिन साझा न करें। बैंक कभी भी इस तरह की जानकारी मांगते नहीं हैं।
- सुरक्षित वेबसाइट का उपयोग करें: केवल ‘https://’ से शुरू होने वाली और सुरक्षित प्रतीत होने वाली वेबसाइटों पर ही लेन-देन करें।
- ईमेल और SMS लिंक से बचें: अज्ञात स्रोतों से प्राप्त लिंक पर क्लिक न करें।
- ट्रांजेक्शन अलर्ट चालू रखें: अपने बैंक खाते पर SMS/ईमेल अलर्ट सुविधा को सक्रिय रखें, ताकि किसी भी अनधिकृत लेन-देन की तुरंत जानकारी मिल सके।
- नियमित स्टेटमेंट जांचें: अपने बैंक स्टेटमेंट और क्रेडिट कार्ड बिल का नियमित रूप से अवलोकन करें।
- Contactless कार्ड पर ध्यान दें: NFC-enabled कार्ड के लिए एक सुरक्षित वॉलेट का उपयोग करें ताकि अनजाने में भुगतान न हो जाए।
फ्रॉड होने पर क्या करें?
- तुरंत अपने बैंक को सूचित करें और कार्ड ब्लॉक कराएं।
- नजदीकी पुलिस स्टेशन में साइबर क्राइम की रिपोर्ट दर्ज कराएं।
- अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को ट्रैक करें ताकि किसी अन्य फर्जी गतिविधि का समय रहते पता चल सके।
निष्कर्ष
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से बचने के लिए सतर्कता और आधुनिक सुरक्षा उपाय अपनाना आवश्यक है। अपनी जानकारी को गोपनीय रखना और नियमित निगरानी करना ही सबसे बड़ा बचाव है.